1,500 MW हाइड्रो प्रोजेक्ट मिला और Power Stock भागा 5% ऊपर, आज शेयर बनने लगे रॉकेट

Sumit Patel

बुधवार को शेयर बाजार में एक और हलचल मची जब Torent Power के शेयर 5.2% बढ़कर ₹1,873 तक पहुंच गए। यह तेजी कंपनी के पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज प्रोजेक्ट के लिए ऑर्डर मिलने की घोषणा के बाद आई। टोरेंट पावर ने मंगलवार को निवेशकों को जानकारी दी कि महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) से 1,500 मेगावाट/12,000 मेगावाट-घंटे ऊर्जा भंडारण क्षमता के लिए उन्हें इच्छा पत्र (LOI) प्राप्त हुआ है।

Power Stock Got 1500MW Big Project

1500 MW का प्रोजेक्ट

Torent Power अब महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अपने नए पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज प्लांट से इस भंडारण क्षमता की आपूर्ति करने की योजना बना रही है। इस समझौते को पंप्ड हाइड्रो एनर्जी स्टोरेज फैसिलिटी एग्रीमेंट (PHESFA) कहा जाता है। इसके तहत कंपनी MSEDCL को 1,500 मेगावाट की अनुबंधित क्षमता प्रदान करेगी, जो 8 घंटे तक डिस्चार्ज करने में सक्षम होगी, जिसमें अधिकतम लगातार 5 घंटे तक डिस्चार्ज किया जा सकेगा। चार्जिंग के लिए इनपुट ऊर्जा MSEDCL द्वारा प्रदान की जाएगी।

टोरेंट पावर ने कई राज्यों में पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट (PSP) साइट्स की पहचान की है। कंपनी का इरादा 5 से 8 गीगावाट तक की PSP क्षमता स्थापित करने का है, जिसके लिए ₹25,000 से ₹35,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना के जरिए कंपनी को अच्छे लाभ की उम्मीद है।

Green Hidrogen में भी काम

ग्रीन हाइड्रोजन भी अब कंपनी के अगली पीढ़ी के ऊर्जा सुधारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहा है। यह शुद्ध शून्य उत्सर्जन हासिल करने और उन सेक्टरों को कार्बन-मुक्त करने में मदद करेगा जहां प्रदूषण नियंत्रण कठिन है। Torent Power ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया उत्पादन के अवसरों का सक्रिय रूप से अन्वेषण कर रहा है, ताकि घरेलू और निर्यात बाजारों की सेवा की जा सके। कंपनी की दूसरी प्रतिबद्धता एक ग्रीन अमोनिया उत्पादन संयंत्र स्थापित करने की है, जिसकी क्षमता 1,00,000 किलो टन प्रति वर्ष (KTPA) होगी।

अच्छी ऊर्जा छमता

कंपनी के पास फिलहाल 4.4 गीगावाट की स्थापित उत्पादन क्षमता है, जिसमें से 2.7 गीगावाट गैस-आधारित क्षमता, 1.3 गीगावाट अक्षय ऊर्जा और 362 मेगावाट कोयला-आधारित बिजली है। टोरेंट पावर के पास बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा करने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है, और इसकी वित्तीय स्थिति भी काफी मजबूत है। यह सब मिलकर टोरेंट पावर को 2030 तक भारत के 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार करता है।

Torent Share का हाल

टोरेंट पावर का स्टॉक पिछले 20 महीनों से जबरदस्त तेजी पर है। पिछले 20 महीनों में इसने 305% का प्रभावशाली लाभ दिया है, जो मजबूत ऑर्डर प्राप्तियों और सुधरती बुनियादी बातों के कारण आया है। निवेशकों का रुझान भी इसके कारण बढ़ा है। पिछले पांच वर्षों में टोरेंट पावर के शेयरों ने 557% से अधिक का रिटर्न दिया है, और पिछले एक दशक में यह स्टॉक 1,236% तक बढ़ गया है। इस मूल्य वृद्धि ने कंपनी के बाजार पूंजीकरण को पहली बार 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा दिया है।

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Rupya Marg" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

    

2 thoughts on “1,500 MW हाइड्रो प्रोजेक्ट मिला और Power Stock भागा 5% ऊपर, आज शेयर बनने लगे रॉकेट”

Leave a Comment